God has given us two hands, one to receive with & the other to give with. Make use of both!

About

Myself BK Milakh Raj Sandha residing at Hisar,  Haryana,  India . I took birth in 1955 and I  am bachelor. I am Commerce Graduate. I also obtained degree of M.Sc. in spritual education through distance education .

Our Aims And Objectives

  • Mind control through meditation.
  • Mind control by positive thinking .
  • Use of meditation in daily life.
  • To invent secrets of life,  death and God.

Antrik Bal

आंतरिक बल -752

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- होनी अनहोनी  -अनहोनी यानी कि अनपेक्षित, अकस्मात् होने वाली घटना  । - क्या  हम अमुक घटना को रोक सकते थे? -हम साधारण मानव  दृष्टि से बहुत से उपाय बताते है कि ऐसा करने से अमुक घटना रुक सकती थी ।

आन्तरिक बल 130

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  • मानसिक शक्ति
  • स्थूल उर्जा विद्युत, चुम्बक,  गर्मी, प्रकाश के रुप में देखी जाती है ।
  • इन  शक्तियों का उत्पादन कहीं और होता है।
  • तेल  डाल  देने से पानी की सतह पर फैल जाता है ।

आंतरिक बल 730

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  • व्यवहार और परमात्मा
  • जब जब अति धर्म की ग्लानि होती है तब तब परमपिता परमात्मा अवतार लेते है ।
  • धर्म ग्लानि अर्थात आध्यात्मिक जीवन अंधकारमय बन जाता है ।
  • अनेक प्रकार के कुसंस्कारों और अंधविश्वासों से मानव ग्रस्त हो जाता है ।

आंतरिक बल 729

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  • बालको की उन्नति और व्यवहार
  • आज का बालक ही अगली पीढ़ी का स्वामी है ।
  • आज की बालिका अगली पीढ़ी की मां बनेगी ।
  • बच्चे भगवान की नई प्लेनिंग है ।

आंतरिक बल 728

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  • बच्चों के प्रति व्यवहार में आत्म गौरव का भाव रखें ।
  • हमें पता होना चाहिये कि बच्चे में खूबियों कैसे विकसित की जाती हैँ
  • बच्चे में आत्म गौरव तब पैदा होता है जब हम बच्चे क़ी बात को सुनते हैँ ।
  • आज अभिभावक जरूरत से ज़्यादा व्यस्त हैँ ।

आंतरिक बल 727

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  • बच्चों के प्रति व्यवहार में आदर का भाव रखें
  • आप के परिवार का भविष्य क्या होगा तथा देश का भविष्य क्या होगा ?
  • ये दो सवाल सभी के मस्तिष्क में रहते है ।
  • जितना आप का अपने बच्चों के प्रति सम्मान का भाव होगा और व्यवहार होगा उतना ही आप के परिवार का भविष्य महान होगा ।
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